भारतीय यातायात का नया चेहरा: भारतमाला

निर्बाध माल ढुलाई और यात्री आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए भारत के सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी द्वारा वर्ष 2015 में भारतमाला का प्रस्ताव रखा गया था। इस परियोजना का लक्ष्य एनएच नेटवर्क की ढांचागत कमियों को भरना और अधिक क्षेत्रों को इससे जोड़ना है।


भारतमाला योजना क्या है?

भारतमाला योजना एक प्रमुख बजट योजना है जो भारत सरकार द्वारा विकसित और नवाचारी गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए शुरू की गई है। यह योजना विभिन्न क्षेत्रों में अनुसंधान, विकास, और नवाचार को प्रोत्साहित करती है, जैसे कि विज्ञान, प्रौद्योगिकी, उद्योग, कृषि, पर्यटन, ऊर्जा, और वित्तीय सेवाएं। इसका उद्देश्य देश के समृद्धि और विकास को तेजी से बढ़ाना है। भारतमाला योजना में विभिन्न क्षेत्रों के लिए आवंटित धन का निर्धारण किया जाता है ताकि उन्हें उनकी आवश्यकताओं के अनुसार समर्थित किया जा सके।

भारतमाला योजना किसने शुरू की?

भारतमाला योजना को भारतीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने 25 सितंबर 2017 को लॉन्च किया था। यह योजना देश के विकास के लिए महत्वपूर्ण नए कार्यक्रमों और प्रोजेक्ट्स को प्रेरित करने के लिए डिज़ाइन की गई थी। इसका उद्देश्य भारत को आर्थिक, सामाजिक, और पर्यावरणीय दृष्टिकोण से मजबूत बनाना है।

भारतीय सरकार का एक महत्वपूर्ण राष्ट्रीय सड़क विकास योजना है जिसका उद्देश्य राष्ट्रीय और राज्य-राज्य के महत्वपूर्ण और अत्यावश्यक सड़कों के विकास और प्रबंधन में सुधार करना है। इस योजना के तहत, कई भागों में सड़कों के निर्माण, पुनर्निर्माण और मॉडर्नाइजेशन का काम किया जा रहा है।

अभी तक, भारतमाला सड़क परियोजना का अधिकांश भाग अधूरा है, और इसलिए यह निर्दिष्ट संख्या नहीं है कि इस परियोजना के अंतिम रूप में कितने किलोमीटर की सड़कें बनेंगी। यह एक बड़ा और लंबा समय सीमित परियोजना है, और उसका अंतिम आकार और क्षमता भविष्य की प्रत्येक चरण में निर्धारित किया जा रहा है। यह परियोजना भारत के विभिन्न क्षेत्रों में सड़क परियोजनाओं को शामिल करती है, और उसका अंतिम आकार और स्थिति लगातार बदलती रहेगी।

भारतमाला परियोजना का मुख्य उद्देश्य भारतीय राष्ट्रीय सड़क नेटवर्क को मजबूत और प्रभावी बनाना है। इस परियोजना के तहत कई राज्यों और जिलों को सड़क सुविधाओं से योजित किया जाएगा।


निम्नलिखित राज्यों और जिलों से भारतमाला परियोजना गुजरेगी:-

1.उत्तर प्रदेश: गाजीपुर, सीतापुर, लखीमपुर खीरी, अमेठी, उत्तराखंड: देहरादून, नैनीताल, चमोली
2.बिहार: पटना, मुजफ्फरपुर, भागलपुर, गया, मुंगेर
3.उत्तराखंड: देहरादून, नैनीताल, चमोली
4.त्रिपुरा: अगरतला, धर्मनगर, उदाईपुर
5.असम: गुवाहाटी, जोरहाट, नागाओं
6.महाराष्ट्र: मुंबई, पुणे, नासिक, अहमदनगर
7.राजस्थान: जयपुर, जोधपुर, उदयपुर, अजमेर
8.कर्नाटक: बंगलूरु, होब्बली, मंगलूरु, बेलगावी
9.तमिलनाडु: चेन्नई, कोयंबटूर, मदुरै, तिरुचिरापल्ली
10.गुजरात: अहमदाबाद, सूरत, वड़ोदरा, राजकोट
11.मध्य प्रदेश: भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर
12.ओडिशा: भुवनेश्वर, कटक, कोरापुट, बेरहमपुर
13.पंजाब: चंडीगढ़, अमृतसर, लुधियाना, जालंधर
14.हरियाणा: चंडीगढ़, गुड़गांव, फरीदाबाद, करनाल
15.हिमाचल प्रदेश: शिमला, मंडी, कुल्लू, हमीरपुर
16.झारखंड: रांची, धनबाद, जमशेदपुर, भोकारो
17.केरल: तिरुवनंतपुरम, कोच्चि, कोट्टायम, कोझिकोडे
18.छत्तीसगढ़: रायपुर, बिलासपुर, रायगढ़, धमतरी
19.तेलंगाना: हैदराबाद, वारंगल, निजामाबाद, करीमनगर
20.अरुणाचल प्रदेश: इटानगर, नाहरलागुन, चिरापुन्गी
21.मणिपुर: इम्फाल, थोबाल, उकरोल, चुरांगपुर
22.मिजोरम: आइजोल, लुंगलेई, कोलासिब, चम्फाई
23.नगालैंड: कोहिमा, मोकोकचुंग, टुएनसांग, पेरेन्ग
24.मध्य प्रदेश: भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर
25.उत्तर प्रदेश: लखनऊ, आगरा, कानपुर, वाराणसी
26.झारखंड: रांची, धनबाद, जमशेदपुर, भोकारो
27.ओडिशा: भुवनेश्वर, कटक, कोरापुट, बेरहमपुर
28.छत्तीसगढ़: रायपुर, बिलासपुर, रायगढ़, धमतरी
29.गोवा: पणजी, मार्गाव, वास्को द गामा, पोर्वोरिम
30.अंडमान और निकोबार द्वीप समूह: पोर्ट ब्लेयर, दीगलपुर, कर्निकोबार, उत्तर और साउथ अंडमान
31.जम्मू और कश्मीर: जम्मू, स्रीनगर, अनंतनाग, लेह और करगिल
32.लद्दाख: लेह, करगिल, कर्निक, चंद्रानगर, शयोक, डान, कौरू
33.पश्चिम बंगाल: कोलकाता, असांसोल, दुर्गापुर, हावड़ा

यह जानकारी प्रासंगिक स्थिति के आधार पर है और आगामी विकास योजनाओं के तहत यह सूची बदल सकती है। भारतमाला परियोजना का लक्ष्य विभिन्न राज्यों और क्षेत्रों के बीच सड़क नेटवर्क को सुधारना है ताकि संचार में सुधार हो सके और विकास को गति मिले।


भारतमाला परियोजना अर्थव्यवस्था को कैसे प्रभावित करती है?

भारतमाला परियोजना की मुख्य उद्देश्यों में से एक है राष्ट्रीय और राज्य-राज्य के महत्वपूर्ण सड़कों के विकास और प्रबंधन में सुधार करना। इस परियोजना के अंतर्गत, विभिन्न राज्यों और क्षेत्रों के बीच सड़क सुविधाओं को मजबूत बनाने के लिए नई सड़कों का निर्माण, पुनर्निर्माण और मॉडर्नाइजेशन कार्य किया जा रहा है। इस प्रकार, भारतमाला परियोजना का आर्थिक प्रभाव इस प्रकार होता है:

अधिक रोजगार: भारतमाला परियोजना के तहत सड़क निर्माण और पुनर्निर्माण के कार्यों में सीधा और अप्रत्यक्ष रूप से बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार का अवसर प्राप्त होता है। यह आर्थिक स्थिति को सुधारकर सामाजिक और आर्थिक विकास को प्रोत्साहित करता है।

सड़क सुरक्षा: नई और मॉडर्न सड़कों का निर्माण सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देता है। इससे हादसों की कमी होती है और सड़क सुरक्षा में सुधार होता है, जिससे जीवनों को बचाने में मदद मिलती है।

व्यापार और व्यवसाय: सड़क सुविधाओं के मजबूत होने से व्यापार, व्यवसाय, और वाणिज्यिक गतिविधियों में वृद्धि होती है। लोगों के बीच उत्पादों और सेवाओं के लिए संचार की सुविधा बढ़ती है, जिससे आर्थिक विकास को प्रोत्साहित किया जाता है।

इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास: भारतमाला परियोजना से अधिक और उन्नत इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण होता है, जो आर्थिक विकास को गति देता है और समृद्धि की दिशा में प्रोत्साहन करता है।

इस प्रकार, भारतमाला परियोजना अर्थव्यवस्था को सुधारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है और देश के विकास को गति प्रदान करती है।


भारतमाला के प्रमुख कार्यक्रमों के बारे में जानकारी:

1.सड़क निर्माण और पुनर्निर्माण
2.सड़क सुरक्षा और प्रबंधन
3.अत्याधुनिक और तकनीकी उपकरणों का उपयोग
4.राजमार्ग विकास योजनाएं
5.स्थानीय परिवहन योजनाएं
6.सुविधा प्रदान करने वाले सेवाएं
7.सड़कों की रखरखाव और परिरक्षण
8.पर्यावरणीय प्रभाव और समर्थन
9.सड़क सुविधाओं के विकास के लिए वित्तीय योजनाएं
10.सामाजिक और आर्थिक समावेशन कार्यक्रम

यह सूची भारतमाला परियोजना के विभिन्न कार्यक्रमों को संदर्भित करती है, जो विभिन्न आयोजनों के तहत विकसित किए जा रहे हैं।


भारतमाला योजना का मुख्य उद्देश्य:

1.सड़क सुरक्षा और प्रबंधन: भारतमाला योजना के तहत सड़क सुरक्षा और प्रबंधन में सुधार किया जा रहा है। इसका मुख्य उद्देश्य है हादसों की कमी करना और सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देना।

2.अत्याधुनिक और तकनीकी उपकरणों का उपयोग: भारतमाला योजना अत्याधुनिक और तकनीकी उपकरणों का उपयोग करके सड़क निर्माण और प्रबंधन को एकाधिकृत करने का प्रयास कर रही है।

3.स्थानीय परिवहन योजनाएं: इस योजना के तहत स्थानीय परिवहन योजनाएं भी विकसित की जा रही हैं, जो गाँवों और छोटे शहरों को और अधिक संजोयनीय बनाने का प्रयास करती हैं।


4.सड़कों की रखरखाव और परिरक्षण: भारतमाला योजना के अंतर्गत, सड़कों की रखरखाव और परिरक्षण को मजबूत किया जा रहा है ताकि उन्हें लंबे समय तक उपयोगी बनाए रखा जा सके।

उपलब्धियाँ:

भारतमाला योजना के लागू होने के बाद, कई महत्वपूर्ण उपलब्धियाँ हासिल की गई हैं। सड़क सुरक्षा में सुधार हो रहा है, नई सड़कें बनाई जा रही हैं, पुरानी सड़कों का पुनर्निर्माण हो रहा है, और यातायात सुविधाओं में सुधार किया जा रहा है। इसके अलावा, यह योजना रोजगार के अवसर प्रदान कर रही है और यातायात के लिए सुरक्षित और आरामदायक वातावरण सृजित कर रही है।

समाप्ति:

सार्वजनिक वाहनों और व्यक्तिगत यातायात के विकास के लिए सड़कों का महत्व अत्यधिक है, और भारतमाला योजना इसे बढ़ावा देने का प्रमुख साधन है। इसके माध्यम से, भारत स्वयं को ग्लोबल स्तर पर आर्थिक, सामाजिक, और पर्यावरणीय दृष्टिकोण से सजीव बनाने का प्रयास कर रहा है। भारतमाला योजना के लाभ को समझकर, यह योजना अगले कई वर्षों में देश के सड़क नेटवर्क के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

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